काफी पुरानी है दिल्ली के सबसे बदनाम गली जीबी रोड की कहानी, जानिये कैसे शुरू हुआ था जीबी रोड पर देह व्यापार का धंधा
आज हम आपको इस आर्टिकल में दिल्ली के सबसे बदनाम गली के बारे में बताने जा रहे हैं। आज हम आपको बताएंगे कि दिल्ली का रेड लाइट एरिया जीबी रोड कैसे बना। आपको बता दे की बादशाह शाहजहां के हरम की वजह से यह जगह बसाया गया। जी हां, आपने बिल्कुल सही सुना है। बता दें कि बादशाह शाहजहां का हरम काफी बदनाम था। ऐसा कहा जाता है कि शाहजहां के हरम से भगाई गई महिलाओं की वजह से जीबी रोड रेड लाइट एरिया बना। बता दें कि जहांगीर को अपने पिता शाहजहां के हरम से 8000 रखैल मिली थी। उस हरम से शाहजहां ने बुजुर्ग महिलाओं को निकाल दिया था।
मगर दिल्ली की इस बदनाम गली को लेकर एक और कहानी मशहूर है। ऐसा कहा जाता है कि मुगलों के समय में कई रेड लाइट एरिया बनाया गया था। जब अंग्रेजों का शासन आया तो उन्होंने मुगलों के रेड लाइट एरिया को एक कर दिया। सभी रेड लाइट एरिया को एक करने के बाद इसका नाम जीबी रोड रख दिया गया।
दिल्ली का सबसे बदनाम इलाका
ऐसा कहा जाता है कि जिन औरतों को हराम से निकाल दिया जाता था उन्हें दिल्ली के जीबी रोड लाया जाता था। इसके बाद इनसे देह व्यापार कराया जाता था। आपको बता दें कि शारीरिक संबंध बनाने के बाद जब शाहजहां का मन भर जाता था तो वह उन महिलाओं को अपने संबंधी और दरबारियों को इनाम के रूप में दे देते थे। जिसके बाद इन महिलाओं को बेच दिया जाता था और वे सभी दिल्ली के इस बदनाम इलाके में लाई जाती थी।
बेटे ने किया बाप को कैद
आपको बता दें कि शाहजहां को उसके बेटे औरंगजेब ने कैदी बना लिया था। उसके बाद शाहजहां के हरम में रह रही हजारों रखेलों में से कुछ को वहां रखा गया जबकि बची हुई महिलाओं को हरम से बाहर निकाल दिया गया। जिसके बाद यह महिलाएं दिल्ली के रेड लाइट एरिया में आकर बस गई। इस एरिया को जीबी रोड के नाम से जानते हैं।