प्रेमानंद महाराज की दोनों किडनिया हो चुकी है फेल, लेते हैं मात्र 3 घंटे की नींद और खाते हैं बस आधी रोटी – Socialbiography.in
प्रेमानंद महाराज एक ऐसी शख्सियत हैं जो लोगों को हमेशा धर्म के मार्ग पर चलना सिखाते हैं। सोशल मीडिया पर जब भी उनके प्रवचन की वीडियो लोगों के सामने आती है तो सभी लोग उसे देखकर मंत्रमुग्ध हो जाते हैं। प्रेमानंद महाराज जी की ख्याति इतनी ज्यादा है कि उनके पास विराट कोहली और अनुष्का शर्मा जैसे दिग्गज सितारे पहुंच चुके हैं। हमेशा लोगों को धर्म की राह पर चलना सिखाने वाले प्रेमानंद महाराज जी हाल ही में अपनी दिनचर्या के बारे में बातचीत करते नजर आ रहे थे। हाल ही में उन्होंने बताया है कि कैसे वह पिछले कई सालों से सिर्फ आधी रोटी खाकर ही भगवान का नाम ले रहे हैं। आइए आपको बताते हैं प्रेमानंद जी महाराज किस तरह के जीवन को व्यतीत करते हैं।
प्रेमानंद महाराज जी लेते है मात्र तीन घंटे की नींद
प्रेमानंद महाराज जी ने हाल ही में अब अपने जीवन की दिनचर्या के बारे में बताया है। सोशल मीडिया पर वह बेहद एक्टिव रहते हैं। हाल ही में उन्होंने यूट्यूब पर अपनी एक वीडियो शेयर की है। प्रेमानंद महाराज जी ने बताया कि डायलिसिस के कारण वह दूध का सेवन करना बंद कर चुके हैं। यही नहीं वह पानी भी बहुत कम मात्रा में लेते हैं। उन्होंने खुद बताया कि उनकी दोनों किडनीया पूरी तरह से फेल हो चुकी है। जिसने भी आध्यात्म गुरु के बारे में इस खबर को सुना तब सभी लोग उनके लिए अफसोस जताते नजर आए। लेकिन आपको बता दें कि उन्हें किडनी देने वालों की कोई कमी नहीं है। लेकिन वह अपने हाल पर ही जीवित रहना चाहते हैं। आइए आपको बताते हैं उनके खानपान में प्रतिदिन की क्या दिनचर्या है।
प्रेमानंद महाराज खाते हैं बस आधी रोटी
प्रेमानंद महाराज जी ने हाल ही में अपनी दिनचर्या के बारे में बताया कि वह दिन भर में सिर्फ आधी रोटी खाते हैं। उन्होंने बताया कि कई बार पदयात्रा की वजह से उन्हें थकान तो महसूस होती है लेकिन बीमारी की वजह से वहां कुछ खा नहीं पाते। अपने बारे में उन्होंने बताया कि उनके शरीर के अंदर राधा रानी की बैटरी है जो मात्र नाम लेते ही पूरी तरह से चार्ज हो जाती है। अपने सोने के बारे में उन्होंने बताया कि वह कभी भी सोने का नहीं सोचते हैं। हां अगर रात को कभी-कभार थोड़ी सी झपकी आ जाती है तो उसे वह ले लेते हैं। लेकिन 1:00 बजे जागने के बाद वह फिर से सत्संग की तैयारियों में जुट जाते हैं। जिस किसी ने भी प्रेमानंद महाराज जी के दिनचर्या के बारे में सुना है तब सभी लोग यही कहते नजर आ रहे हैं कि वह वाकई में लोगों को धर्म के मार्ग पर ले जाने का अच्छा काम कर रहे हैं।